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फ्रांस हरित विकास में भारत का स्थायी साझेदार

फ्रांस हरित विकास में भारत का स्थायी साझेदार

  • वर्ष 2023 में, फ्रांस के राष्ट्रपति और भारत के प्रधान मंत्री ने 'ग्रह के लिए साझेदारी' को भारत-फ्रांस क्षितिज 2047 रोडमैप के एक महत्वपूर्ण स्तंभ के रूप में ऊंचा किया।

पृष्ठभूमि:

  • वर्ष 2023 में भारत-फ्रांस रणनीतिक साझेदारी की 25वीं वर्षगांठ मनाई जाएगी।

इंडो-फ्रेंच होराइजन 2047 के स्तंभ:

  • सुरक्षा और संप्रभुता के लिए साझेदारी
  • ग्रह के लिए साझेदारी
  • लोगों के लिए साझेदारी
  • पर्यावरणीय स्थिरता के लिए साझेदारी

वर्ष 2023 में भारत और फ्रांस के बीच चार पर्यावरण संरक्षण परियोजनाओं पर हस्ताक्षर किए गए। इनमें शामिल हैं:

  • राजस्थान में एक परियोजना का उद्देश्य वन क्षेत्र को बढ़ाना, वन्यजीव स्थितियों में सुधार लाना तथा स्थानीय आजीविका को समर्थन देना है।
  • हिमाचल प्रदेश के छोटे शहरों में स्वच्छता में सुधार के लिए एक पहल।
  • भारत के प्रमुख परिपत्र अर्थव्यवस्था कार्यक्रम, CITIIS के हिस्से के रूप में 18 शहरों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन को बढ़ाने के लिए एक परियोजना।
  • इलेक्ट्रिक बसों और ऊर्जा कुशल आवास के वित्तपोषण के लिए भारतीय स्टेट बैंक के साथ हरित ऋण लाइन।

भारत और फ्रांस संबंधों की प्रमुख विशेषताएं:

  • सामरिक भागीदारी: भारत के वर्ष 1998 के परमाणु परीक्षणों के बाद, फ्रांस भारत के साथ सामरिक वार्ता शुरू करने वाला पहला देश था और उसने भारत की सुरक्षा संबंधी मजबूरियों को समझते हुए द्विपक्षीय प्रतिबंध नहीं लगाए। फ्रांस पहला पश्चिमी देश था जिसके साथ भारत ने सामरिक भागीदारी पर हस्ताक्षर किए।
  • आर्थिक: भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय व्यापार वर्ष 2022-23 में 13.4 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया। वित्त वर्ष 2022-23 में 659.77 मिलियन डॉलर के FDI प्रवाह के साथ फ्रांस भारत में एक महत्वपूर्ण निवेशक है। वित्त वर्ष 2023-24 के लिए, फ्रांस को भारतीय निर्यात कुल 3.06 बिलियन डॉलर था, जबकि फ्रांस से आयात 2.36 बिलियन डॉलर था।
  • रक्षा : वार्षिक रक्षा वार्ता (रक्षा मंत्री स्तर) और रक्षा सहयोग पर उच्च समिति (सचिव स्तर) के तहत द्विपक्षीय रक्षा सहयोग की समीक्षा की जाती है। P-75 स्कॉर्पीन डील वर्ष 2005 और राफेल जेट की खरीद गहरे रक्षा संबंधों को उजागर करती है। नियमित संयुक्त रक्षा अभ्यासों में गरुड़ (वायु सेना), शक्ति (सेना) और वरुण (नौसेना) शामिल हैं।
  • अंतरिक्ष: इसरो और फ्रांसीसी अंतरिक्ष एजेंसी (CNES) के बीच अंतरिक्ष में सहयोग 50 वर्षों से अधिक समय से चल रहा है। फ्रांस भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम के लिए घटकों और उपकरणों का एक प्रमुख आपूर्तिकर्ता है।
  • ऊर्जा सहयोग: जैतापुर परमाणु ऊर्जा परियोजना (JNPP) और लघु मॉड्यूलर रिएक्टरों (SMR) तथा उन्नत मॉड्यूलर रिएक्टरों (AMR) पर साझेदारी से संबंधित चर्चाओं में प्रगति हुई है। अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन को भारत और फ्रांस द्वारा संयुक्त रूप से शुरू किया गया था।
  • शिक्षा: लगभग 10,000 भारतीय छात्र फ्रांस में हैं, और वर्ष 2018 में डिग्री की पारस्परिक मान्यता पर एक समझौते पर हस्ताक्षर किए गए थे। वर्ष 2023 में, वर्ष 2030 तक फ्रांस में भारतीय छात्रों की संख्या 30,000 तक बढ़ाने पर सहमति हुई।
  • फ्रांस में समुदाय: मुख्य भूमि फ्रांस में लगभग 119,000 भारतीय समुदाय के सदस्य रहते हैं, जो मुख्य रूप से पूर्व फ्रांसीसी उपनिवेशों और तमिलनाडु, गुजरात और पंजाब जैसे राज्यों से हैं।
  • पर्यटन: वर्ष 2019 में करीब 250,000 फ्रांसीसी पर्यटक भारत आए, जिनमें राजस्थान सबसे लोकप्रिय गंतव्य रहा। वहीं, करीब 700,000 भारतीय फ्रांस गए।
  • अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर समर्थन: फ्रांस संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की स्थायी सदस्यता के लिए भारत के दावे का समर्थन करता है और MTCR, वासेनार व्यवस्था और ऑस्ट्रेलिया समूह में भारत के प्रवेश में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता रहा है। फ्रांस परमाणु आपूर्तिकर्ता समूह के लिए भारत की बोली और संयुक्त राष्ट्र में अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद पर व्यापक सम्मेलन (CCIT) को अपनाने का समर्थन करना जारी रखता है।

प्रीलिम्स टेकअवे

  • भारत फ्रांस संबंध

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