प्राकृतिक खेती पर राष्ट्रीय मिशन शुरू, 10,000 बायो-रिसोर्स सेंटर खुलेंगे
| पहलू | विवरण | |--------------------------------|-------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------------| | शुरू की गई पहल | राष्ट्रीय प्राकृतिक खेती मिशन (NMNF) नवंबर 2024 में प्राकृतिक खेती को बढ़ावा देने और रासायनिक आदानों पर निर्भरता कम करने के लिए शुरू किया गया। | | मुख्य घटक | किसानों को जैव-आदान (bio-inputs) प्रदान करने, प्रशिक्षित करने और तकनीकी सहायता देने के लिए क्लस्टर स्तर पर 10,000 जैव-संसाधन केंद्र (BRCs) स्थापित करना। | | जारी दिशानिर्देश | केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्रालय ने BRCs की स्थापना के लिए 23 अप्रैल, 2025 को दिशानिर्देश जारी किए। | | उद्देश्य | जैव-आदानों के स्थानीय उत्पादन का समर्थन करना, किसानों को प्राकृतिक खेती अपनाने में सहायता करना, और ज्ञान एवं सर्वोत्तम प्रथाओं का प्रसार करना। | | वित्तीय सहायता | ₹1 लाख प्रति केंद्र, ₹50,000 की दो किश्तों में; इसमें शेड निर्माण या भूमि किराया जैसी बुनियादी ढांचा लागत शामिल नहीं है। | | पात्रता मापदंड | उद्यमियों/इकाइयों को प्राकृतिक खेती का अभ्यास करना चाहिए या उनके पास अनुभवी सदस्य होने चाहिए; राज्य प्राकृतिक खेती प्रकोष्ठ इच्छुक किसानों की पहचान करने में सहायता करेंगे। | | स्थानीय अनुकूलनशीलता | जैव-आदान स्थानीय मिट्टी, भूमि उपयोग पैटर्न और फसल प्रणालियों के अनुरूप होने चाहिए; पशुधन अपशिष्ट और बायोमास जैसी कच्ची सामग्री तक पहुंच आवश्यक है। | | सामर्थ्य | BRCs को छोटे और सीमांत किसानों के लिए वहनीयता सुनिश्चित करनी चाहिए; मूल्य विनियमन और गुणवत्ता नियंत्रण के लिए जिला-स्तरीय निगरानी। | | योजना अभिसरण | 10,000 एफपीओ गठन (FPO Formation), खाद्य तेलबीज पर राष्ट्रीय मिशन (National Mission on Edible Oilseeds) और अन्य कृषि-लिंक्ड कल्याणकारी कार्यक्रमों जैसी योजनाओं के साथ संरेखण को प्रोत्साहित किया गया है। |