एक्सोटिक पौधों को हटाने से जंगली जानवरों के लिए भोजन सुनिश्चित होगा
- केरल राज्य वन सुरक्षा कर्मचारी संगठन के एक अध्ययन में कहा गया है कि वन क्षेत्रों से विदेशी पौधों को हटाने से जंगली हाथियों के लिए भोजन सुनिश्चित करने में मदद मिलेगी।
मुख्य बिंदु:
- हाल ही में चिन्नाक्कनाल का दौरा करने वाली वन टीम के बीच स्थानीय लोगों और पंचायत अधिकारियों के साथ क्षेत्र में मानव-हाथी संघर्ष को कम करने के कदमों के बारे में बातचीत हुई।
- समस्याओं के समाधान के लिए जंगलों से बबूल मर्नसी और नीलगिरी जैसी एक्सोटिक प्रजातियों को हटाना महत्वपूर्ण है।
- एक्सोटिक पेड़ों से भरे जंगलों के कई क्षेत्रों में कोई अन्य पौधे नहीं उग रहे हैं।
- हाथी समेत जंगली जानवर इन इलाकों से होकर नहीं निकल पा रहे हैं।
- यदि ये क्षेत्र प्राकृतिक घास के मैदानों में बदल जाते हैं, तो इससे जंगली हाथियों के लिए भोजन और पानी सुनिश्चित हो जाएगा।
- चिन्नाक्कनाल परिदृश्य पश्चिम भारतीय लैंटाना (कोंगिनी) से घिरा हुआ है, जिससे अन्य प्रजातियों की वृद्धि बाधित हो रही है और जानवरों तक पहुंच सीमित हो गई है।
- क्षेत्र में मानव-पशु संघर्ष को संबोधित करने के लिए उच्च न्यायालय द्वारा नियुक्त एक विशेषज्ञ पैनल ने सिफारिश की है
- हाथियों की आवाजाही को सुविधाजनक बनाने के लिए मुन्नार में अनायिरंकल से पुराने देवीकुलम तक हाथी गलियारे को फिर से खोलना है।
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