Banner

विश्व कछुआ दिवस

विश्व कछुआ दिवस

  • हर साल 23 मई को यह दिवस कछुओं को उनके प्राकृतिक आवास में जीवित रहने और पनपने में मदद करने के लिए मनुष्यों में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है।
  • इस दिन की स्थापना वर्ष 1990 में एक अमेरिकी कछुआ बचावकर्ता द्वारा दुनिया भर में कछुओं और उनके लुप्त हो रहे आवासों को की रक्षा करने में मदद करने के लिए की।
  • कछुआ सबसे पुराना सरीसृप है, इसकी उत्पत्ति लगभग 200 मिलियन वर्ष पूर्व की है, जो कि डायनासोर के समय की है।
  • लेदरबैक कछुआ, सबसे बड़ा समुद्री कछुआ जो 1000 पाउंड से अधिक वजन के होते है तथा इनकी लंबाई में 8 फीट तक हो सकती है।
  • कछुए का खोल एक एक्सोस्केलेटन है और लगभग 50 हड्डियों से बना है और मानव कंकाल की तरह उम्र के साथ बढ़ता है।
  • दुनिया भर में कछुओं की कुल 300 प्रजातियाँ हैं, जिनमें से 129 प्रजातियाँ मानवीय रुकावटों के कारण संकटग्रस्त हैं।
  • कछुए अपने बच्चों का पालन-पोषण नहीं करते, बल्कि अंडे देने के बाद उन्हें अकेला छोड़ देते हैं। बच्चे अंडे से निकलने के बाद समुद्र तक अपना रास्ता स्वयं बनाते हैं।
  • मादा कछुए संभोग के बाद चार साल तक अपने शरीर में शुक्राणु जमा कर सकती हैं।

Categories